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समाचार

सी-डॉट के सीएपी-ईडब्ल्यूपी के माध्यम से असुरक्षित क्षेत्रों के लोगों को आपदा की पूर्व चेतावनी देने के लिए स्थान-आधारित एसएमएस अलर्ट
सी-डॉट विश्वस्तरीय अत्याधुनिक स्वदेशी सीएपी के अनुरूप एक पूर्व चेतावनी प्लेटफॉर्म का विकास कर रहा है, जो बिना किसी मैन्युअल हस्तक्षेप के मीडिया एसएमएस, टीवी, रेडियो, इंटरनेट, साइरन इत्यादि पर स्थान विशेष से संबंधित चेतावनी संदेश भेजने के लिए सभी मौसम पूर्वानुमान एजेंसियों और विभिन्न मंत्रालयों को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के साथ एकीकृत करेगा। एनडीएमए और डीओटी संयुक्त रूप से इस राष्ट्रीय स्तर की परियोजना का नेतृत्व कर रहे हैं और उन्होंने सी-डॉट को तकनीकी सहयोगी के रूप में चुना है। 12 राज्यों का फील्ड परीक्षण पूरा हो चुका है। केरल सरकार स्थान विशेष से जुड़ी चेतावनी जारी करने के लिए पहले ही इस प्रणाली का कड़ाई से उपयोग कर रही है।
27-09-2018

राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत सी-डॉट कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल पर आधारित पूर्व चेतावनी प्लेटफॉर्म (सीएपी-ईडब्लूपी) का उपयोग केरल बाढ़ के दौरान लोगों की जान बचाने में किया गया।
दूरसंचार क्रांति के बाद, अब सी-डॉट, दूरसंचार विभाग( डीओटी) के मार्गदर्शन में आईएमडी, एनडीएमए और एसडीएमए के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत सीएपी-ईडब्ल्यूपी विकसित करके देश को आपदा से निपटने के लिए तैयार कर रहा है। केरल सरकार एसएमएस के माध्यम से वर्नाक्युलर भाषाओं में लोगों को चेतावनी/ परामर्श जारी करने के लिए बीटा संस्करण का उपयोग कर रही है। लगभग 40 लाख लक्षित मोबाइल ग्राहकों को वे एसएमएस प्राप्त हुए थे। इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान चेतावनी/ परामर्श के एसएमएस जारी करने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा भी किया गया।
27-08-2018

भारत ने 5जी को जल्द से जल्द ग्रहण करने के लिए ब्रिटेन के 3 संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए
लंदन, 20 जून 2018. भारत ने 5 जी प्रौद्योगिकी का प्रभावी अन्वेषण करने और उसे जल्द से जल्द ग्रहण करना सुगम बनाने के लिए ब्रिटेन के तीन शीर्ष अकादमिक संस्थानों के साथ आज तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौता ज्ञापनों पर किंग्स कॉलेज, यूनिवर्सिटी ऑफ सर्रे, यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के प्रतिनिधियों तथा भारत में दूरसंचार क्षेत्र में अनुसंधान और विकास में जुटे सी-डॉट के कार्यकारी निदेशक विपिन त्यागी ने हस्ताक्षर किए। इन समझौतों पर भारत के संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा और ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त वाई के सिन्हा की उपस्थिति में इंडिया हाउस में हस्ताक्षर किए गए।
21-06-2018

ट्राई ने सी-डॉट द्वारा विकसित मोबाइल नेटवर्क कवरेज पर पोर्टल लॉन्च किया
ट्राई ने मोबाइल नेटवर्क कवरेज पोर्टल को लागू करने के लिए सी-डॉट के साथ सहयोग किया है, जो ग्राहकों को अपने सेवा प्रदाता का चुनाव करते समय ज्यादा सूझ-बूझ से फैसले लेने में समर्थ बनाएगा। यह पोर्टल विभिन्न दूरसंचार कम्पनियों द्वारा उपलब्ध कराए गए कवरेज डेटा का उपयोग करते हुए विकसित किया गया है, जिसे नियमित तौर पर अद्यतन किया जाता रहेगा।
31-05-2018

दूरसंचार विभाग ने मोबाइल ट्रैकिंग प्रोजेक्ट सी-डॉट को सौंपा
दूरसंचार विभाग ने जाली सेलफोन्स का पता लगाने और चोरी को हतोत्साहित करने के लक्ष्य से मोबाइल ट्रैकिंग प्रोजेक्ट सेंटर फॉर डेवलेपमेंट ऑफ टेलिमेटिक्स (सी-डॉट) को निर्दिष्ट किया है। सी-डॉट को सेंट्रल इक्विप्मेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (सीईआईआर) नामक इस प्रोजेक्ट को विकसित और कार्यान्वित करना होगा। सीईआईआर सिस्टम चोरी या गुम हो जाने वाले किसी भी नेटवर्क के मोबाइल फोन्स सभी तरह की सेवाएं रोक देगी, भले ही उसका सिम ही क्यों न हटा दिया गया हो या फिर हैंडसेट का आईएमईआई नम्बर ही क्यों न बदल दिया गया हो।